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"ऑपरेशन सिन्दूर" की सफलता हेतु मोदी जी और भारत की सुरक्षा में लगे हुए सभी राष्ट्रभक्तों को धन्यवाद

...आज की सैन्य कार्यवाही से भारत ने पाकिस्तान की रक्षा मजबूती का आकलन तो कर ही लिया, परन्तु भारत को इतिहास से सबक लेते हुए यह भी ध्यान रखना चाहिए कि ऐसे शत्रु को बार – बार हरा कर छोड़ देना उचित नहीं होगा; जैसा कि पृथ्वी राज चौहान ने मोहम्मद गोरी के साथ किया था. इसकारण पाकिस्तान को इस हालत में पहुंचा दिया जाए कि उसकी आने वाली कई -कई पीढियां भी कभी भारत के बारे में बुरा सोचने तक की हिम्मत न कर सके...  

धन्यवाद प्रधानमंत्री मोदी जी और भारतीय सेना का; साथ ही उन सभी का, जो भारत की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना तन मन लगा कर कार्य कर रहे हैं, जिनके कारण आज पहलगाम की घटना के पीड़ितों को न्याय देने की दिशा में बड़ी प्रभावी सैन्य कार्यवाही की गई.


पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र और गुलाम कश्मीर क्षेत्र में आज (7-05-2025) रात्रि के लगभग 1.30 बजे, भारतीय सेना द्वारा आतंकी ठिकानों पर सैन्य कार्यवाही की गई, जिसमें बहुत से आतंकियों और उनके सहयोगियों को मार गिराया गया.

यह खबर जैसे ही राष्ट्र से प्रेम करने वाले भारतीयों तक पहुंची, सभी प्रसन्नता से झूम उठे और एक दूसरे को बधाइयाँ देने लगे. आखिर यह भारत की अस्मिता पर हुए हमले का बदला जो था.

हम सभी सुबह से ही अत्यंत प्रसन्न हैं और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि हमारे नेतृत्व और देश की सुरक्षा से जुड़े सभी कर्म योगियों ने हम सभी राष्ट्रभक्त भारतीयों को अपने नेतृत्व और अपनी सेनाओं पर गर्व करने, देश की अस्मिता पर हमला करने वालों से बदला लेने से उपजी संतुष्टि महसूस करने का सुनहरा अवसर प्रदान किया.
 

पहलगाम आतंकी हमले के उपरान्त, त्वरित रूप से भारत सरकार द्वारा हमारे दुश्मन देश पाकिस्तान के विरुद्ध कई महत्वपूर्ण कार्यवाहियाँ की गईं, जिसमें सिन्धु नदी समझौते को रद्द करना सबसे महत्वपूर्ण था. उसके बाद सेना द्वारा की गई सैन्य कार्यवाही ने सभी के कलेजे को ठंडक पहुंचाई.
 

जो सैन्य ऑपरेशन आज 7-05-2025 को रात्रि में किया गया उसका नाम तो “ऑपरेशन सिन्दूर” रखा गया.

“ऑपरेशन सिन्दूर” ‘नाम’ रखने के पीछे का आधार –

इस सैन्य कार्यवाही का नाम “ऑपरेशन सिन्दूर” इसलिए रखा गया, क्योंकि आतंकियों ने पहलगाम में ऐसी हिन्दू महिलाओं की मांग के “सिन्दूर” उजाडे थे, जो वहां मात्र छुट्टियाँ मनाने गई थीं.

एक महिला, जिसकी नई – नई शादी हुई थी, जब आतंकियों ने धर्म पूछकर उसके पति को मार दिया, तो उस नव विवाहित महिला ने आतंकियों से कहा कि – मेरे पति को तो मार दिया, अब मुझे भी मार दो”.

इसपर एक आतंकी जा जवाब था “जाओ मोदी को बताओ”.
 

चूंकि उस नव विवाहित महिला और अन्य भी कई महिलाओं के “सिन्दूर” इन आतंकियों ने उजाड़े थे; इस कारण भारतीय महिलाओं के “सिन्दूर” का महत्व उन आतंकियों को बताना जरूरी था; और उसी महत्व को बताने के लिए सैन्य कार्यवाही का नाम “सिन्दूर” से जोड़ा गया. इस हमले में आतंकियों के उन आकाओं को निशाना बनाया गया जिन्होंने इस हमले की योजना बनाने में अपनी भूमिका निभाई थी.

पाकिस्तान पर यह हमला तो मात्र शुरुआत भर है. अभी पाकिस्तान के भयानक बुरे दिन तो आने बाकी हैं.

जो पाकिस्तान कहता था कि उसके पास बड़े उन्नत शील हथियार हैं, उसकी वायु रक्षा प्रणाली बड़ी मजबूत है (जो चीन ने पाकिस्तान को दी है); उसकी पोल इस भारतीय सेना के हमले ने खोल कर रख दी है.
 
इस हमले ने पाकिस्तान को यह अहसास करा दिया है कि वह भारत के हमले को नहीं झेलने में सक्षम नहीं है.

खैर पाकिस्तान तो ऐसा निर्लज्ज देश है जो भारत से सभी जंगें हारने के बाद भी बार – बार पिटने के लिए खुराफात करने से बाज नहीं आता. उसके देश के नेताओं और नागरिकों में भारत और हिन्दू विरोध कूट – कूट कर भरा है. इसलिए इस देश को अब ऐसा सबक सिखाना होगा कि अब वह भारत और हिन्दुओं के विरोध की सोचने की हिम्मत तक न कर सके.
अभी कुछ ही दिनों पूर्व पाकिस्तान सेना के जनरल मुनीर ने जिस प्रकार खुले आम हिन्दुओं के विरुद्ध जहर उगला है उसने यह साफ़ कर दिया है कि पाकिस्तान सुधरने वालों में से नहीं है.

भारत में ही रहने वाले ऐसे लोग जो आतंकियों को "भटके हुए लोग" बताते हैं एवं आतंकवाद को पाकिस्तान के राजनेताओं और वहां की सेना से भिन्न बताकर यहाँ के सामान्य लोगों को भ्रमित करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते; यदि वे नीचे दी हुई तस्वीर को देखेंगे, जिसमें आतंकियों के जनाजे में उसकी सेना के कमांडर के शामिल होने के प्रमाण हैं, तो शायद उन्हें अपने झूठ को छुपाने में कुछ कठिनाई होगी.    
    

आज की सैन्य कार्यवाही से भारत ने पाकिस्तान की रक्षा मजबूती का आकलन तो कर ही लिया, परन्तु भारत को इतिहास से सबक लेते हुए यह भी ध्यान रखना चाहिए कि ऐसे शत्रु को बार – बार हरा कर छोड़ देना उचित नहीं होगा; जैसा कि पृथ्वी राज चौहान ने मोहम्मद गोरी के साथ किया था.

अब जब हम यह अच्छे से जान चुके हैं कि पूरा पाकिस्तान (गिलगिट बालिस्तान क्षेत्र को छोड़कर) भारत और हिन्दू विरोध की नफरत से भरा हुआ है, और उसमें सुधार की कोई गुंजाइश भी नहीं रह गई है; तो अब यह सही समय है कि पाकिस्तान की कमर इस प्रकार से तोड़ दी जाए, कि उस भूभाग में वर्तमान समय से लेकर आगे उनकी आने वाली पीढ़ियां भी कभी भारत के बारे में बुरा करने को सोचने की हिम्मत तक न कर सकें. 

भारत की सैन्य कार्यवाही (ऑपरेशन सिन्दूर) से राष्ट्रवादियों के हृदय में उपजी प्रसन्नता व संतुष्टि, तथा भारत में रह रहे "भारत और भारतीय संस्कृति के विरोधियों" के मन में हृदय विदारक पीड़ा उत्पन्न करने हेतु पुनः प्रधानमंत्री मोदी जी और देश की सुरक्षा से जुड़े सभी राष्ट्रभक्तों को हृदय से नमन और उनकी सुरक्षा की मंगलकामनाएं...
 


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