इजराइल अपने दुश्मनों का पहचानता भी है और अपनी सुरक्षा की प्रतिबद्धता को लेकर पर्याप्त सक्रिय भी रहता है। अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के कारण ही इजराइल ने शुक्रवार 13, जून 2025 को ईरान के उन स्थानों पर सबसे पहले मिसाइलों से हमला किया, जहाँ ईरान परमाणु हथियार बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा था। ऐसा माना जा रहा था कि यदि ईरान को दो हफ्ते का समय और मिल गया होता, तो वह परमाणु हथियार तैयार कर लेता। लेकिन इजराइल ने ऐसा नहीं होने दिया। अमेरिका भी ईरान के परमाणु कार्यक्रमों के खिलाफ था और उसके विरुद्ध कार्यवाही की चेतावनी भी देता रहा; लेकिन इजराइल ने त्वरित कार्यवाही करते हुए अपने नजदीकी दुश्मन को समय रहते ही पंगु कर दिया। इजराइल एक ऐसा देश है जो चारों ओर से अपने दुश्मनों से घिरा है, लेकिन अपने दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए वह यह व्यावहारिक बात अच्छे से जानता है, कि वह तभी तक सुरक्षित रह सकता है; जब तक वह स्वतः के प्रयासों से अपने को पर्याप्त रूप से मजबूत रखेगा। उसे दूसरों की मदद भी तभी प्राप्त हो सकेगी जब वह स्वयं में सक्षम होगा। इस व्यावहारिक समझ के कारण इजराइल स्वयं ...